बरेली। भारतीय समाज के खोए हुआ स्वाभिमान को अपने कुशल रणनीति व युद्ध कौशल से पुनः जाग्रत करने का श्रेय छत्रपति शिवाजी महाराज को जाता है। जब गुलामी के कालखंड में हिंदू चेतना अपने अस्तित्व को खो रही थी और मुगलों के अत्याचार से हिंदू अपने ही देश में गुमनामी में था। इस दौरान अपने नैतिक आदर्शो के कारण भारत को बहुत नुकसान हुआ। जैसे को तैसा की नीति का श्री गणेश छत्रपति शिवाजी महाराज ने ही किया । इसी नीति व मजबूत इरादों के कारण पुनः हिन्दवी में स्वराज की स्थापना हुई और सभी राजाओं ने अपने शिवाजी महाराज को ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी के दिन भव्य समारोह द्वारा छत्रपति की उपाधि प्रदान की और पुनः हिंदू स्वाभिमान का जाग्रत होना छत्रपति शिवाजी महाराज के ही कारण है, यह विचार मुनीष जी (प्रबंधक एन डी एन एल विद्या मंदिर आवासीय विद्यालय ) ने जय शिवाजी जय सरदार पटेल फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा आयोजित स्वराज दिवस के कार्यक्रम में व्यक्त किये । कार्यक्रम में सांसद बरेली छत्रपाल सिंह गंगवार का स्वागत व अभिनंदन किया गया। सांसद छत्रपाल गंगवार ने कहा कि शिवाजी महाराज का पूरा जीवन अनुकरणीय है जिन्होंने मात्र 15 वर्ष की आयु में तोरण का किला जीता। वह देश के लिए पहले और राज्य के लिए बाद में लड़ते थे। छत्रपति शिवाजी महाराज को भारतीय नौसेना का पिता भी कहा जाता है पहली जल सेना का गठन छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया।
कार्यक्रम के स्वागत अध्यक्ष जगमोहन पटेल ने कहा कि शिवाजी की माता ने ही शिवा से छत्रपति का निर्माण किया। परिवार संस्कारित व धार्मिक होने से देश व समाज मजबूत बनता है।
इस अवसर पर छत्रपति स्वाभिमान पत्रिका का विमोचन हुआ। पत्रिका में ट्रस्ट के द्वारा किए गए सेवा व सम्मान आदि कार्यक्रमों का विवरण है। जिसके बारे में विस्तार से उपाध्यक्ष हरीश यदुवंशी ने बताया। ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र गंगवार ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और ट्रस्ट के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन विजय गंगवार , विवेक पटेल व राखी गंगवार ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख हरेंद्र पटेल, गोपाल गंगवार, योगेश पटेल, विजय गंगवार, सोमेंद्र गंगवार, नागेंद्र गंगवार, बाला प्रताप गंगवार, सुमित कनौजिया, अंशुमान पटेल, गुलशन गंगवार, संजीव पटेल, अशोक गंगवार एडवोकेट पुरुषोत्तम पटेल, कौशिक गंगवार और करतार सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।