बरेली में फर्जी सीएमओ बनकर एक व्यक्ति से लाखों की ठगी को अंजाम दिया गया। वादी युवक को अपने साथ हुई ठगी का पता बीते 23 अगस्त को चला जब पुराना केस खुलने को लेकर उसके पास सीओ ऑफिस के नाम से फर्जी कॉल आया, शक होने पर उसने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की और बताया कि 1 साल पहले उनके साथ 2 लाख 20 हजार रुपए की ठगी हो चुकी है। पुलिस ने पूरे मामले में जांच करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
बरेली के कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले दंपति के पुत्र बीमारी से मौत हो गई थी। उन्होंने अपने बेटे को मोहल्ले के ही झोलाछाप डॉक्टर सोमपाल को दिखाया था। इसका फायदा उठाकर सोमपाल ने अपने साथियों संग मिलकर दंपति को गुमराह किया और उनको बताया की उनपर उनके बेटे की हत्या का आरोप लगा है। सीएमओ उसकी दुकान पर बैठे हुए हैं, मामला रफा दफा करने को 2 लाख 20 हजार रुपए ठग लिए।
इसके बाद दंपति यहां से मकान बेचकर नोएडा चले गए। अगस्त माह में दंपति के पास एक अज्ञात नंबर से कॉल आई और दोबारा उन्हें गुमराह किया गया। अपने आप को ठगी का शिकार होता देख उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी। पुलिस ने जांच के बाद फर्जी सीएमओ बने आरिफ व सिम विक्रेता मिसिरयार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि अन्य दो आरोपी फरार हैं। एसपी सिटी राहुल भाटी ने कोतवाली में इसका खुलासा किया। सीएमओ की पत्नी बनने वाली महिला समेत दो आरोपी फरार है।