बरेली में विटामिन-ए सम्पूरण कार्यक्रम का दूसरा चरण बुधवार को शुरू हो गया। इस कार्यक्रम के तहत नौ माह से लेकर पांच साल तक के 6 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी। अभियान का लक्ष्य बच्चों को रतौंधी और कुपोषण से बचाना है। यह अभियान 3 जनवरी 2025 तक चलेगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक संजीव अग्रवाल द्वारा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, घेर जाफर खान में किया गया, जहां उन्होंने एक बच्चे को विटामिन-ए की खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विश्राम सिंह ने बताया कि पूरे जनपद में समस्त एएनएम को विटामिन-ए की बोतलों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध कराई गई है।
डॉ. विश्राम सिंह ने आगे बताया कि अभियान के तहत 9 से 12 माह के बच्चों को मीजल्स-रूबेला (एमआर) के पहले टीके के साथ, 16 से 24 माह के बच्चों को दूसरे टीके के साथ और 2 से 5 साल तक के बच्चों को 6 महीने के अंतराल पर विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रशांत रंजन ने बताया कि विटामिन-ए रतौंधी जैसे नेत्र रोगों की रोकथाम में कारगर है, और यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। इसके सेवन से डायरिया और खसरे से होने वाली मौतों में कमी आई है और बाल मृत्यु दर में भी कमी आई है।
इस मौके पर अर्बन नोडल अधिकारी डॉ. अजमेर सिंह, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रवीश अग्रवाल, डब्ल्यूएचओ से डॉ. पीवी कौशिक, यूनिसेफ से नुरुल निशा, और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम जनपद के स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।