सम्भल, बहजोई। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के सामाजिक एवं कॉरपोरेट संबंध निदेशालय द्वारा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन बहजोई महाविद्यालय, बहजोई में किया गया। यह आयोजन माननीय कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी की प्रेरणा से किया गया, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाने और आंगनबाड़ी केंद्रों को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ। निदेशक प्रो. संजय गर्ग ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में विशेष प्रयास
कुलसचिव संजीव कुमार ने अपने संबोधन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सराहना की। उन्होंने उन्हें “शिक्षा और सेवा की मशाल वाहक” बताया, जो बच्चों की देखभाल और समाज सेवा में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
जिलाधिकारी सम्भल, डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राइमरी एजुकेशन सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह कदम नई पीढ़ी के बच्चों को बेहतर संस्कार और शिक्षा प्रदान करने में सहायक होगा।
कुलपति ने दिया सशक्तिकरण का संदेश
कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “महिला सशक्तिकरण आज की सबसे बड़ी जरूरत है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।” उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की प्रेरणा सावित्रीबाई फुले से मिली है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया।
कार्यक्रम के दौरान 200 आंगनबाड़ी किट का वितरण किया गया। इन किटों में बच्चों की शिक्षा और विकास के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई।
सभी की उपस्थिति से सजी महफिल
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालन डॉ. ज्योति पांडेय ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय कुमार गर्ग, डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. ज्योति पांडेय, श्री लव कुमार, अजय कुमार एरन, वीरेंद्र कुमार गुप्ता, डीपीओ श्री महेश कुमार, डीपीआरओ उपेंद्र कुमार पांडेय सहित कई अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, विद्यार्थी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को फिर से प्रमाणित किया।