बरेली। शिक्षा महकमे में आये-दिन व्यवस्था पर सवाल खडे करने वाले मामले सामने आते हैं। ताजा मामला ब्लाक दमखोदा ( रिछा) के प्राथमिक विद्यालय गरगय्या में छात्राओं से शौचालय साफ कराने का सामने आया। मामले में बीईओ द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार कर बीएसए को भेजी गई मगर विभाग की छवि धूमिल करने के आरोप में बीएसए ने स्कूल के प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक को सस्पेंड कर दिया है। आरोप के घेरे में बीईओ भी आ गए हैं, जानकारी के अनुसार उन्होंने प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक में समझौता कराकर बंद कमरे में शिक्षक नेताओं के साथ जांच रिपोर्ट तैयार की है।
जानकारी के मुताबिक दमखोदा ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय गरगईंया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें यूनिफॉर्म पहनी दो छोटी बच्चियां स्कूल का टॉयलेट साफ कर रही थी। वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने जांच कर कार्रवाई की। हालांकि वायरल वीडियो में छात्राओं ने कहा कि वों बड़े सर के कहने पर टॉयलेट की साफ सफाई कर रही है।वही वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया वायरल वीडियो 7 से 8 माह पुराना बताया जा रहा है। जिसमें प्रधानाध्यापक हैदर अली अन्य अध्यापक जगदीश राजवीर सिंह, व शिक्षामित्र लखन सिंह का किसी बात को लेकर आपस में विवाद रहता था। जिसमें बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। वही बीएसए ने कार्रवाई करते हुए हैदर अली प्रधानाध्यापक पर गाज गिराई है।
बी एस ए संजय सिंह ने मामले में प्रधानाध्यापक हैदर अली और सहायक अध्यापक जगदीश को सस्पेंड कर दिया है।
वहीं बीईओ विवेक शर्मा का कहना है की ” मै जांच को स्कूल गया था, छात्राएं कुछ बता नहीं पा रही थीं, प्रधानाध्यापक व सहायक का पुराना विवाद है,वीडियो भी काफी पुराना है,जिसे किसी अन्य व्यक्ति ने विभाग की छवि धूमिल करने के लिए वायरल कर दिया है। अब उनमे कोई विवाद नहीं है। शिक्षक नेताओं के दबाब में जांच रिपोर्ट बनाने का आरोप गलत है।