बरेली :फरीदपुर के गांव वालो की सुविधा के लिए बनाकर गए सार्वजनिक शौचालय पर निर्माण कराकर उस पर अपनी कला का प्रदर्शन कराने के बाद ताला जड़ दिया गया। स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव गांव में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करवाया गया । लेकिन शौचालयों पर अब ताला लगा है ग्रामीण खुले में शौच पर जाने को मजबूर है। शौचालय गांव में शोपीस बनकर रह गया है। अधिकारी इस मामले में ध्यान नहीं दे रहे हैं।
फरीदपुर की नगर पालिका परिषद परा में सार्वजनिक रूप से शौचालय का निर्माण कराया गया था। शौचालय बनकर तैयार हुआ। तभी से दिन हो या रात ताला लगा हुआ है। कई बार ग्रामीणों ने ताला खुलवाने की मांग भी किया। हालांकि सार्वजनिक शौचालय के बाहर समय लिखा गया है मगर जो समय लिखा है उस पर गौर करे तो सुबह 6 से रात 10:00 बजे तक सार्वजनिक शौचालय को खुलेंगे लेकिन शौचालय के बाहर लिखा समय धीरे- धीरे कर के बीत गया और किसी ने ताला खोलने की ज़हमत तक नहीं उठाई । अगर शौचालय मे ताला ही लगाना था तो लाखों रुपया खर्च कर निर्माण क्यों कराया गया। यह तो सरकार के पैसे की बर्बादी है। शौचलाय पर लगे ताले की वजह से लोग उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं। कई बार तो लोगों को खुले में जाने पर मजबूर होना पड़ता है।
नगर पालिक के चेयरमेन शराफत हुसैन का कहना है जिसके पास सार्वजनिक शौचलाय की चाबी थी तो पता करा उसकी तबियत ठीक नहीं थी। जिसकी वजह से वो आ नहीं रहा है दूसरे व्यक्ति को उसकी जगह लगाया जाएगा अब रोजाना समय पर शौचलाय खुलेगा।